तितली की तरह आयी जिंदगी बाग़ कर गयी ।
जितने थे मेरे नापाक इरादे उनको भी पाक कर गयी ।
Category: Poetry
सोचा न था
पा कर तुझे खोने का
सोचा तोह न था ।
वफ़ा कर न पाएंगे तुमसे
सोचा तोह न था ।
आज तुझसे अलग दूर खड़ा हु में
जिन्दा रह जाऊंगा तेरे बिना
सोचा न था।
प्यार क्यों किया
प्यार मुझसे क्यों किया
हम न थे वह जो तुम समझति थी
संभाल न पाये तुम्हारा विश्वास
रख न पाये वह कस्मे वादे जो हमने खायी तुम्हारी
हमने तोह बस दिए आंसू
प्यार मुझसे क्यों किया।
याद
जितना भूलना चाहता हु
उतना ही याद आते हो।
कह कुछ नहीं पाता
आँखें बस नम हो जाती है।